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लेखनी पर मेरा सफ़र

            लेखनी पर मेरा सफ़र


सच कहूं तो मुझे भी कुछ सही से याद नहीं कि मैंने लेखनी पर कब लिखना शुरू किया था बस इतना याद है कि मुझे लेखनी पर लाने का पूरा श्रेय रवि भाई को जाता है। जब उनके एक ग्रुप में मैं अपनी रोने धोने वाली कविताएं लिखा करता था और ग्रुप के सदस्य सहन भी करते रहते थे। फिर एक दिन रवि भाई के सबर का प्याला छलक उठा और उन्होंने मुझसे अपनी जान छुड़वाने के लिए मुझे लेखनी नाम के ग्रुप में शामिल करवा दिया। 


शुरूआत में उस ग्रुप में भी आदत से मजबूर हो कर बकैती ही किया करता था लेकिन साथ ही सारी प्रक्रिया भी समझ आ गई कि कैसे लेखनी सदस्यों को अपनी रोने धोने वाली कविताओं से पकाना है तो बस हो गया शुरू लेखनी पर रायता फैलाने का सफर। शुरूआत में सिर्फ कविताओं से ही लोगों को पकाया करता था लेकिन धीरे धीरे मेरी कलम ने कविताओं वाले कस्बे की दीवार को फांद कर कहानी वाले मोहल्ले में भी घुसपैठ शुरू कर दी। अब मैं ठहरा झोलाछाप लेखक(लेकिन अपने शुरूआती दौर में, अब तो आलसी लेखक हूं) तो मेरी कहानियां भी कुछ कुछ वैसी ही होती थी। धीरे धीरे मेरी कविता/कहानी में से रायता गायब होता गया और उनमें सुधार होता गया। आज भले ही मैं आप सभी के सहयोग से अच्छा लिखने वालों में शामिल हो गया हूं लेकिन फिर भी कभी कभी मेरे अंदर का झोलाछाप लेखक जाग उठता है और मैं कविता/कहानी के स्थान पर रायता फैला दिया करता हूं पर फिर भी आप सभी की सहनशक्ति को मेरा सलाम है जो आप उसे भी खुशी खुशी स्वीकार कर लिया करते हो।


पहले सिर्फ कभी भी मुंह उठाकर लिखता और लेखनी वैब पर चिपका दिया करता था फिर दीवार तोड़ एंट्री हुई आलिया मैडम जी की जिन्होंने पोइंट वाले गोरखधंधे के बारे में जानकारी दी। तो मेरे अंदर भी लालच जाग गया और मैं ताबड़तोड़ कविता/कहानी की फायरिंग करने लगा। यह अंधाधुंध फायरिंग जुलाई अगस्त 2022 में हुई थी। फिर लालच धीरे धीरे ठंडा पड़ता गया और मैं आलसी होता गया और आज यह आलम है कि रोज सुबह विषय देखता हूं और शाम तक धुआंधार पोस्ट करने का सोचता हूं लेकिन लिखना ही भूल जाता हूं फिर भी आप सभी मित्रों को नमन करता हूं जो फिर भी मुझे झेल रहे हो।

सबका बहुत बहुत धन्यवाद 

और खास धन्यवाद 

रेनू मैम, आलिया मैडम, गीता गीत जी, स्वेता सोनी जी, नवीन भाई, स्वाति चौरसिया जी, नताशा भाई🤣 (मतलब नतश भाई), और लेखनी के बाकी कार्याकारी सदस्यों का भी बहुत बहुत धन्यवाद 



धन्यवाद इतना प्यार देने के लिए और पिछले दो-तीन सालों से मुझे झेलना के लिए 


और रवि गोयल भाई ग़लती से आपने भी अच्छा काम किया था मुझे लेखनी से जोड़ कर 

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12 Comments

Varsha_Upadhyay

03-Jan-2023 07:59 PM

शानदार

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shweta soni

03-Jan-2023 07:52 AM

सर को भी नहीं छोड़ा आपने 😂😂

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